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आज के युग में इंटर्नेट और विमिन लिबरेशन की इतनी चर्चा के बावजूद भी विमेन सेक्शूऐलिटी की जानकारी अत्यंत नगण्य हे। अधिकांश महिलायें सेक्स को संतानोत्पत्ति का ज़रिया या पुरुष की शारीरिक ज़रूरत मानती हे । हाल के वर्षों में ज़रूर धीरे धीरे कुछ महिलाओं में जागृति आ रही हे और सेक्स को एक आवश्यकता माना जाने लगा हे। फिर भी पिछले वर्षों में बीस हज़ार से अधिक पुरुषों के मुक़ाबले मेरे पास तीन या चार ऐसे मामले आए जहाँ महिला को पूर्ण संतुष्टि ना हो रही हो । ऐसे मामले डॉक्टर के पास नहीं आते क्योंकि शायद भारतीय महिलाएँ ऐसा करके अपने पति को कष्ट नहीं देना चाहती । हाँ, अनेक युवा बताते हे कि यदि गर्ल फ़्रेंड संतुष्ट न हो तो वो डम्प करते देर नहीं लगाती।
महिलाओं के ऑर्गैज़म के बारे में ढेरों भ्रांतियाँ हे। हाल में मेरे पास एक सज्जन आए जिनकी प्रॉब्लम थी कि उनकी वाइफ़ अच्छे से डिस्चार्ज नहीं होतीं इसलिए उसे संतुष्टि नहीं हो रही । उनके ख़्याल से महिलाओं में भी पुरुषों की तरह ही डिस्चार्ज होता हे, उन्ही की तरह वीर्य जैसा कोई द्रव्य निकलता हे जिसको उनमें से किसी ने नहीं देखा । इसलिए उन्हें लगा कि कोई प्रॉब्लम हे । ये सच नहीं हे। ऑर्गैज़म के समय महिलाओं को योनि में थोड़ा सा गीलापन महसूस होता हे, पुरुषों की तरह का कोई द्रव्य बाहर नहीं निकलता । हाँ, आनंद अनुभव और शरीर में झटके पुरुषों की तरह हो सकते हे।
जैसा मैंने पहले कहा, ऑर्गैज़म की जानकारी उन महिलाओं में नहीं होती
जिन्होंने कभी हस्तमैथुन ( Masturbation) न किया हो और शादी के बाद पुरुष
साथी को शीघ्र पतन की समस्या हो ।
इसे ठीक अनुभव करने के लिए सेक्स के समय स्त्री के संवेदनशील अँगो में उचित
तथा पर्याप्त उत्तेजना होनी आवश्यक हे । आम धारणा के विपरीत पेनोवैजिनल
सेक्स से सही और आवश्यक संवेदना का संचार नहीं हो पाता इसलिए एक साथ कई
स्थानों पर स्टिम्युलेशन ज़रूरी हे। सामान्य वैजिनल सेक्स के दौरान स्त्री
का क्लिटोरिस रगड़ नहीं खाता इसलिए अतिरिक्त प्रयास की आवश्यकता होती हे।
जी स्पाट ( G Spot) – स्त्री की योनि के सामने की दीवार
में बाहर से क़रीब 2.5-3 इंच अंदर एक जगह को G स्पॉट कहते हे। माना जाता हे
कि महिलाओं की योनि का ये हिस्सा सबसे ज़्यादा संवेदनशील होता हे । कई
महिलाओं में ये हिस्सा ज़्यादा विकसित होता हे , अन्य में कम । इसीलिए कई
बार एक सर्जिकल क्रिया से इसे ज़्यादा विकसित किया जा सकता हे जिसे G –
Shot कहते हे । इसके लिए भर्ती होने की ज़रूरत नहीं होती और उसी दिन वापिस
जा सकते हे ।
कारण –
1- सेक्स की जानकारी का अभाव
2- अपने साथी को पसंद न करे तो कामोत्तेजना न होने के साथ साथ चरमोत्कर्ष भी नहीं होगा ।
3- अत्यधिक थकान के कारण
4- ऐंज़ाइयटी या डिप्रेशन की बीमारी
5- मधुमेह या थाइरॉड के कारण
6- अनेक दवाओं के साइड इफ़ेक्ट के कारण
7- योनि में संक्रमण होने से
उपचार-
जिस समस्या के कई कारण हो सकते हे, उसका एक उपचार हो ही नहीं सकता । इसलिए
पूरी हिस्ट्री और जाँच करनी ज़रूरी हे । आमतौर पर रेज़ल्ट्स बहुत अच्छे
होते हे ।