सेक्शूअल मिथ्या धारणा - केवल आपका जीवनसाथी ही हर समय आपकी यौन उत्तेजना का कारक होना चाहिए । यदि किसी अन्य से उत्तेजना हो तो ये धोखा है ।
वास्तविकता- इस धारणा के अनुसार यदि आप अपने जीवन साथी के अतिरिक्त किसी अन्य व्यक्ति की परिकल्पनाओं से यौन उत्तेजित हो जाए तो ये बहुत बुरा है । वास्तविकता में यौन परिकल्पना स्वस्थ यौन संबंधो के लिए अति आवश्यक है । जैसे चलचित्र , मैगज़ीन, कहानियाँ , आसपास रहने वाले लोग, यौन चित्र या ऐसी ही मैगज़ीन आदि । वास्तव में अपने दिमाग़ में आप कोई भी परिकल्पना किसी के लिए भी कर सकते है । इस पर कोई रोक नहीं हो सकती ।मेरी एक महिला मरीज़ की समस्या थी कि उनके पति सेक्स के समय अन्य महिलाओं का नाम बड़बढ़ाते थे जिस से उन का मूड ऑफ़ हो जाता था । मैंने उनके पति से पूछा तो उन्होंने बताया कि ऐसा न करने पर उनकी यौन उत्तेजना कम हो जाती थी । महिला ने इसीलिए यौन संबंधो में रुचि लेना कम कर दिया । मुझे उन्हें ये समझाना पड़ा कि ऐसी परिकल्पना से यदि उनके पति की यौन उत्तेजना बनी रहती है तो ये ग़लत नहीं है ।