अक्सर ये सवाल उठता हैं कि जब भी पार्टनर के संग सेक्स करते है तो क्लाइमेक्स पर नहीं पहुंच पाते , लेकिन मास्टरबेशन करते वक्त तो क्लाइमेक्स पर पहुंच जाते है और सेक्स के बाद पार्टनर को झूठ बोलना पड़ता है कि मैं क्लाइमेक्स पर पहुंच गई। क्या यह समस्या दूर हो सकती है?
इसका जवाब है, कई बार हकीकत से ज्यादा, काल्पनिक विचार अच्छे लगते है, सेक्स और मास्टरबेशन में भी यही अंतर है। सेक्स जहां हकीकत है, वहीं मास्टरबेशन एक काल्पनिक विचार। सच तो यह है कि एक सुखद और आनंदमय सेक्स कई बातों पर निर्भर करता है।
- इनमें सबसे पहले सेक्स की इच्छा होती है। अगर किसी वजह से महिला को सेक्स की इच्छा न हो, लेकिन पार्टनर को खुश करने के लिए बिना इच्छा के भी वह सेक्स के लिए तैयार हो जाए तो यह मुमकिन है कि वह क्लाइमेक्स तक न पहुंचे क्योंकि सेक्स की इच्छा न होने से उस महिला की फोरप्ले में दिलचस्पी भी कम ही होगी। जब फोरप्ले कम होगा तो चिकनापन भी कम होगा और फिर क्लाइमेक्स की संभावना कम हो जाएगी।
- एक पुरुष के रूप में खुद की संतुष्टि एक महत्वपूर्ण यौन कदम है; यह सीखने का एक तरीका है कि आपका शरीर कैसे काम करता है। हालांकि, कभी-कभी किसी व्यक्ति की मास्टरबेशन करने की कला वह होती है जो आसानी से अपने सेक्स पार्टनर से नहीं मेल खाती। उदाहरण के लिए, यदि किसी पुरुष को मास्टरबेशन की बहुत सख्त आदत हो जाती है, तो कोई भी वेजाइना उसे आवश्यक घर्षण प्रदान नहीं करेगी। अपनी खुद की संतुष्टि पर विचार करें - क्या आपको एक अलग प्रकार के स्ट्रोक या दबाव का अभ्यास करने की आवश्यकता है जो वेजाइनल क्लाइमेक्स के लिए अधिक अनुकूल हो सकता है?
- संभोग के दौरान एक और बाधा फोकस की कमी हो सकती है। कुछ लोग आसानी से विचलित हो जाते हैं, और यह सेक्सयुअल प्रतिक्रिया में अड़चने पैदा कर सकती हैं । और यदि ऐसा है, तो केवल संवेदना, आनंद देने और प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित करने का प्रयास करें।
- गर्भावस्था, बीमारी या नियंत्रण के नुकसान का एक अंदरूनी डर भी संतोषजनक संभोग के लिए हानिकारक हो सकता है। लेकिन चूंकि आप अपने सेक्स लाइफ का आनंद लेते हैं, तो शायद आप इन चीज़ो के बारे में नहीं सोचते । जितना अधिक आप इसके बारे में चिंता करते हैं, उतनी ही कम संभावना है कि आप अपनी इच्छा के अनुसार क्लाइमेक्स पर पहुंचेंगे।
पार्टनर की दिलचस्पी बढ़ जाएगी -
यहां इस बात को समझना भी जरूरी है कि कई बार महिलाओं की इच्छा न होने पर पुरुष पार्टनर की जिम्मेदारी है कि वह महिला को इसके लिए प्यार से तैयार करे। उसकी पसंद-नापसंद के बारे में पूछें । इससे फोरप्ले में महिला पार्टनर की दिलचस्पी व इच्छा बढ़ जाएगी। फिर सही लुब्रिकेशन भी हो जाएगा और क्लाइमैक्स की संभावना भी बढ़ जाती है।
सेक्स सफर का आनंद कुछ और ही हैं -
एक सच्चाई यह भी है कि मास्टरबेशन में लोग आसानी से क्लाइमेक्स तक इसलिए पहुंच जाते हैं क्योंकि इसमें न पार्टनर को खुश करने का दबाव रहता है और न ही ज्यादा देर की रुकावट। इसलिए कई लोग आसानी से मास्टरबेशन से क्लाइमेक्स तक पहुंचना पसंद करते हैं। भले ही सेक्स का मकसद क्लाइमेक्स हो, लेकिन सेक्स के सफर का आनंद भी कुछ कम नहीं होता।
बाजार में उपलब्ध दवाईयाँ -
डॉक्टर की सलाह से कई दवाएं बाजार में मौजूद हैं जिससे पुरुष पार्टनर के जल्दी डिस्चार्ज की समस्या अमूमन दूर हो जाती है। दूसरी बात यह है कि अपने पार्टनर को खुलकर बता दें कि आप सेक्स के दौरान क्लाइमेक्स तक नहीं पहुंच पाते हैं । ऐसे में आपके पार्टनर भी आपको दूसरे तरीके से क्लाइमेक्स पर पहुंचा सकते हैं।
यदि आप को लगता है कि कोई सेक्स समस्या है तो आप विवान हॉस्पिटल में अपॉइंटमेंट् ले सकते है। हर मरीज़ की व्यक्तिगत जानकारी पूरी तरह गुप्त रखी जाती है । यह एक अत्याधुनिक हॉस्पिटल है जो सेक्शूअल हेल्थ को समर्पित है। हमारे यहाँ अनुभवी सेक्सोलॉजिस्ट की टीम है। यहाँ जयपुर का बेस्ट सेक्सोलॉजिस्ट मौजूद है।