अनेक विज्ञापन अख़बार में ये दावा करते हुए मिलजाएँगे कि ” बचपन की ग़लतियों से पतले वीर्य को गाड़ा करने की गारंटीशुदा दवा” ।
आपने ज़रूर ऐसे ही किसी विज्ञापन को ज़रूर देखा होगा और हो सकता हे किआपमें से कुछ ने इसे प्रयोग भी किया हो। तो कैसा था आपका अनुभव। क्या गाड़ा हुआ वीर्य ???
नहीं, बिलकुल नहीं हुआ होगा क्योंकि ऐसा होना सम्भव ही नहीं हैं। वीर्य के गाड़ेपन या पतलेपन से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ेगा ।
सामान्यत डिस्चार्ज के समय वीर्य जेली की तरह ग्रे या वाइट कलर का होता हैं और लगभग तीस मिनट के बाद पानी जैसा होना शुरू होता हे ताकि योनि में स्थित शुक्राणु तैर कर गर्भाशय में जा सके।
इसलिए वीर्य का गाड़ा होना भी एक मुसीबत का कारण बन सकता हैं जब ये कोई इन्फ़ेक्शन की निशानी होता हैं या गाड़ेपन के कारण गर्भ धारण में कठिनाई आ जाती हैं।
सारा दारोमदार वीर्य में उपस्थित नोर्मल शुक्राणुओं पर होता हैं, गाड़ापन प्रॉब्लम ही दे सकता हैं, फ़ायदा नहीं।