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कई बार सम्भोग करते हुए या हस्तमैथुन करते हुए लिंग में चोट लग जाती हैं। कई बार बाह्य रक्त स्रवा होता हैं जैसा कि लिंग की आगे की टाइट त्वचा के छिलने या फटने पर और कई बार आंतरिक रक्त स्रवा होता हैं जैसे के लिंग के फ़्रैक्चर होने पर। बाहरी ख़ून बहना - कई मामलों में मादा जननांग में प्रवेश के समय या सम्भोग के बीच में भी लिंग के बाहर की चमड़ी फट ज़ाती हैं या कट लग जाता हैं।
ऐसा यदि मादा जननांग में सूखापन हो, इन्फ़ेक्शन हो या लिंग के सामने की त्वचा सहजता से आगे पीछे न हो तो हो सकता हैं। ऐसा होने पर घबराए नहीं, केवल ख़ून बहने की जगह को पंद्रह मिनट टाइट दबा कर रखे और अगले दिन डॉक्टर को दिखाए। अंदरूनी ख़ून बहना - इसे लिंग का फ़्रैक्चर भी कहते हैं। लिंग जब पूरे तनाव में होता हैं तो हड्डी की तरह कड़क हो जाता हैं। आम तौर पर ऐसा तब होता हैं जब पूरी तरह सख़्त हुए लिंग पर सम्भोग के समय महिला बैठ जाती हैं परन्तु अन्य पज़िशन में भी फ़्रैक्चर हो सकता हे । मुख्य लक्षण हैं - दर्द होना, क्लिक की आवाज़ आना और तुरंत ही सूजन आ जाना । आसपास की जगह काली हो जाती हैं।
इसमें लिंग के अंदरूनी सिलेंडर (Corpora Cavernosa) के बाहर की सख़्त झिल्ली (Tunica Albuginea) क्रैक हो जाती हैं। ये एक मेडिकल इमर्जेन्सी हैं और इसका तुरंत सर्जिकल उपचार करवाना चाहिए। पहले चौबीस घंटे में सर्जरी करने से बाद की कॉम्प्लिकेशंज़ की सम्भावना कम हो जाती हैं। कभी कभी पेशाब का रास्ता युरीथ्रा भी चोटिल हो जाता हैं जिस से लिंग से ख़ून बहना शुरू हो सकता हैं। ये ज़्यादा चिंता जनक स्थिति हैं। कॉम्प्लिकेशंज़ हो सकती हैं - नपुंसकता, लिंग का टेढ़ा होना या सेक्स के समय दर्द होना।